Ishq Par Zor Nahin (1970) - The film's music is by S. D. Burman. This is the only film in which Biswajit and Sadhna worked together. Similarly, this is the only movie in which Dharmendra and Sadhana worked together. The musical instrument 'Santoor' was introduced in this film for the first time.
"Mehbooba Teri Tasveer" - Magical Voice of Rafi....
नजरों से देखा है तुझे, आता नहीं फिर भी यकीन...
क्योकि मेरी दुनिया के लोग, होते नहीं इतने हसीन...
तेरे जैसा कोई कहीं देखा न सुना है...
महबूबा तेरी तस्वीर, किस तरहा मैं बनाऊ... |
मजरूह सुल्तानपुरी एक साहित्यिक कवि बनना चाहते थे, और बॉलीवुड में लेखन के लिए तैयार नहीं थे| हालांकि बाद में महान कवि जिगर मुरादाबादी के समझाने पर वो मान गये थे, ताकी अपने परिवार के लिए एक सभ्य आमदनी कर सकें| आज भी मजरूह सुल्तानपुरी के सदाबहार गीत अपनी खुशबू फैला रहें हैं|
"दर्द भी तू, चैन भी तू
दरस भी तू, नैन भी तू
मितवा, मेरे यार, तुझ को बार बार आवाज़ मैं ना दूँगा" |